हिंदी-ब्लॉग परिवर्तन - मार्च 2011
कुछ समय से मुझे ऐसा लग रहा था कि यह ब्लॉग बड़ा ही एकाकी और उबाऊ सा हो रहा है क्योंकि रोजाना कक्षा के बारे में सामान्य गतिविधियों को लिख लिख कर लेखों में नवीनता सी नहीं आ रही थी. इसका एक कारण यह भी है कि साल २०१० के लेखों में भी कक्षाओं का विवरण उपलब्ध है और कक्षा का स्वरुप अथवा समय सारणी कैसी हो यह हम साल २०११ के प्रथम और दूसरे कक्षा विवरण से (गैर व्यावसायिक उपयोगों के लिए) प्राप्त कर सकते हैं. अब नित्य यहाँ पर हम कक्षाओं का विवरण नहीं देंगे वरन इस ब्लॉग का उपयोग हिंदी के प्रचार और प्रसार और हिंदी पर चर्चा करने में लगाया जायेगा.
फिर भी यदि ऐसा लगा कि कक्षा में यदि कुछ भी उल्लेख करने योग्य हुआ तो उससे हम अपने इस ब्लॉग में स्थान जरूर देंगे. इसके अतिरिक्त आपके सुझाव पर भी हम जरूर टिप्पणी करेंगे. हम देव भाषा संस्कृत की भी यहाँ पर चर्चा करेंगे.
इस प्रकार से यह ब्लॉग कुछ संवादात्मक (इन्टरैक्टिव) और जीवंत सा भी लगेगा.कुछ विचार विमर्श और सुझाव के आधार पर इस ब्लॉग का नाम "राजभाषा हिंदी २०१०" बदला गया है.आपको नियमित साप्ताहिक लेख शायद न मिले परन्तु लेखों की आवृत्ति निरंतर बनी रहेगी. अपने इस परिवर्तन का स्वागत हम हिंदी के हास्य कवि श्री ऋषि गौढ़ जी द्वारा रचित हास्य कविता के साथ करते हैं . यह संस्कृत में अनुवादित है........
"आधुनिक विद्यार्थी:
एकलव्य: भांति
ना ददाति अन्गुठम कर्तिरित्वंम
समर्पियतम गुरु: दक्षिणाम:
अन्गुठम प्रदर्शयम:"
इस प्रकार से यह ब्लॉग कुछ संवादात्मक (इन्टरैक्टिव) और जीवंत सा भी लगेगा.कुछ विचार विमर्श और सुझाव के आधार पर इस ब्लॉग का नाम "राजभाषा हिंदी २०१०" बदला गया है.आपको नियमित साप्ताहिक लेख शायद न मिले परन्तु लेखों की आवृत्ति निरंतर बनी रहेगी. अपने इस परिवर्तन का स्वागत हम हिंदी के हास्य कवि श्री ऋषि गौढ़ जी द्वारा रचित हास्य कविता के साथ करते हैं . यह संस्कृत में अनुवादित है........
"आधुनिक विद्यार्थी:
एकलव्य: भांति
ना ददाति अन्गुठम कर्तिरित्वंम
समर्पियतम गुरु: दक्षिणाम:
अन्गुठम प्रदर्शयम:"
कृपया अपने सुझाव और विचार हम तक भेजते रहें.
धन्यवाद
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