Tuesday 22 November 2011

हिंदी भाषा का इतिहास - X : हिंदी भाषा और उसकी शब्दावली

हिंदी भाषा अंग्रेजी भाषा से कई मायनों में भिन्न है.
इसीलिए मैं किसी को इंग्लिश से हिंदी सीखने की सलाह नहीं देता हूँ. कुछ उल्खेनीय तुलनाएं हिंदी और अंग्रेजी भाषा के प्रयोग की....... 

(१) हिंदी संज्ञाएँ (noun ) या तो पुर्लिंग हैं या फिर स्त्रीलिंग. जैसे "कमला" स्त्रीलिंग है और "मोहन" पुर्लिंग है
(२) अधिकतर विशेषताएं (adjectives ) लिंग के साथ बदलती रहती हैं. उद्धरण के लिए "कमला सुन्दर दिखती है " और "मोहन मोटा लगता है" इत्यादि.
(३) क्रिया (verb ) भी बदलती है लिंक के साथ जैसे "कमला खाती है" और "मोहन पढ़ रहा है".
( ४) पूर्वसर्ग (preposition) जैसे "है", "था" इत्यादि संज्ञा/सर्वनाम के बाद में आते हैं जबकि अंग्रेजी में पूर्वसर्ग संज्ञा के पहले आते हैं. जैसे अंग्रेजी में हम कहते हैं की "Mohan is reading" लेकिन हिंदी में हम कहते हैं "मोहन पढ़ रहा है". अर्थात संज्ञा/सर्वनाम और क्रिया/विशेषण के संयुक्त प्रयोग में भी हिंदी का प्रयोग अंग्रेजी के प्रयोग से भिन्न है.
(५) अंग्रेजी में एक ही संबोधन कई लोगों के लिए किया जा सकता है. जैसे "you" का प्रयोग अंग्रेजी में बड़े और अपने से छोटे सभी के लिए उपयोग होता है, परन्तु हिंदी में अपने से बड़ो अथवा सम्मान में "आप" का और मित्रवत संबोधन में "तुम" का प्रयोग होता है.
(६) बहुत से शब्द इंग्लिश ने हिंदी से लिए हैं और इन्हें बुधिजीविओं ने स्वीकार भी है. जैसे
बाज़ार,  बंगला, कुली, गुरु, खाकी,  ठग, लूट, पैजामा,  योग और पंडित इत्यादि