Monday 4 October 2010

दसवी कक्षा

दसवी कक्षा : दिनांक ०३ अक्टूबर २०१० दिन रविवार

आज से कक्षा में थोडा बदलाव किया गया. जैसा मैंने पहले कहा था कि एक अध्यापक होने के नाते यह हमारा उत्तरदायित्व है कि बच्चों कि रूचि हिंदी सीखने में बनी रहे वर्ना किसी भी कक्षा का कोई महत्व नहीं है इसलिए आज से कक्षा में लगभग २० मिनट के खेल को भी शामिल कर लिया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि बच्चों के साथ अब मैं भी २० मिनट तक कुछ शारीरिक व्यायाम कर सकूँगा.
आज थोडा कम वर्ण हो सके और हम केवल तीन वर्णों य, र, ल के उच्चारण और लेखन का ही अभ्यास करवा सके. हमारी कोशिश रहेगी कि अगले तीन कक्षाओं में हम बाकी बचे हुए ९ व्यंजनों का अभ्यास करवा सकें (व, प, श, ष, स, ह, क्ष त्र ज्ञ). बच्चों कि संख्या भी आज करीब १८ के लगभग हो गयी थी और कक्षा भरी भरी से लग रहीथी. १० मिनट के एक छोटे से ब्रेक के बाद हमने दो वर्णों को जोड़कर शब्द बनाने का एक छोटा सा परिचय दिया.
अगली कक्षा में हम अब बचे हुए वर्णों के साथ शब्दों को बनाने का अभ्यास करेंगे. आशा है आपको यह लेखन अर्थपूर्ण लग रहा होगा. कृपया अपने विचार प्रेषित करते रहें.
धन्यवाद.

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