Sunday 10 October 2010

ग्यारहवी कक्षा

ग्यारहवी कक्षा : दिनांक १० दिसम्बर २०१०, दिन रविवार

आज की कक्षा की शुरुवात एक नैतिक कहानी से हुई और बच्चों को हिंदी सीखने के लिए निरत प्रयास के महत्त्व पर शिक्षा दी गयी. फिर मैंने बच्चों को दो वर्णों को जोड़कर शब्द बनाने का अभ्यास कराया. यह अभ्यास , मेरी दृष्टी से, हिंदी सीखने की दिशा में एक कठिन मगर महत्वपूर्ण कड़ी है. परन्तु मुझे बड़ी ख़ुशी हुई जब ज्यादातर बच्चों ने अधिकतर दो वर्णों के शब्दों का बहुत ही सुन्दर उच्चारण किया. कुछ बच्चों का उच्चारण तो बहुत ही स्पष्ट था. एक छोटे से ब्रेक के बाद बच्चों ने व और श केवल दो वर्णों के लेखन और उच्चारण का अभ्यास किया. अंत में बच्चों ने दो खेलों को खूब जोश से खेला. शिक्षा का समापन गायत्री महामंत्र के साथ हुआ और हम सब ने मिल कर तीन बार साथ में गायत्री महामंत्र का उच्चारण किया.
आजकल कम्युनिटी सेंटर में नवरात्र का उत्सव होने के कारण लोगों का बहुत आना जाना होता है और इसलिए कभी कभी कक्षा में व्यवधान भी पड़ता है. हमें आशा है कि यह व्यवधान नवरात्र उत्सव के साथ ही समाप्त हो जायेगा. 
अगले सप्ताहांत (१७ अक्टूबर को) अभिभावक और अध्यापक बैठक है और इसमें हिंदी सिखाने के लिए कैसे सब मिलकर काम करें इस पर चर्चा होनी है.  बैठक का समय प्रातः १०:०० बजे से ११:०० बजे तक है. अत: अगले सप्ताहांत हिंदी कक्षा नहीं होगी.

हमारी अगली कक्षा २४ अक्टूबर दिन रविवार को है इस दिन बच्चों की एक छोटी से परीक्षा ली जाएगी और देखेंगे कि बच्चों ने कितना सीखा है. यह परीक्षा हिंदी के वर्णों को पहचानने पर आधारित होगी.यह ४५ मिनट की परीक्षा है इसका समय १० बजे से १०:४५ है. (परीक्षा के बाद) २४ अक्टूबर की कक्षा में तीन और चार वर्णों को जोड़कर शब्दों का अभ्यास भी  कराया जायेगा.
आप सभी को देवी नवरात्र उत्सव पर बहुत सारी शुभकामनाएं.शेष फिर अगली कक्षा में बाद.
धन्यवाद.

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